गंगा किनारे बसने लगा तंबुओं का शहर
गंगा किनारे बसने लगा तंबुओं का शहर
हर हर गंगे के जयकारों से गूंजे घाट
कमिश्नर और डीआईजी 13 नवंबर को करेंगे मेले का निरीक्षण
तिगरी गंगा घाट पर तंबुओं का शहर बसने लगा है। श्रद्धालु अपने वाहनों से पहुंचने लगे और गंगा की रेती में अपने तंबू लगा रहे हैं। हर हर गंगे के जयकारों से गंगा घाट गूंजने लगे हैं। 13 नवंबर को कमिश्नर और डीआईजी भी मेले का निरीक्षण करेंगे
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कार्तिक पूर्णिमा मेला 11 नवंबर से शुरू हो गया है। इस मेले में दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। मुख्य स्नान वाले दिन तो 15 से 20 लाख श्रद्धालु पतित पावनी गंगा मैया में आस्था की डुबकी लगाते हैं। मेले में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। क्योंकि मेले में श्रद्धालुओं के जाने का सिलसिला शुरू हो गया और गंगा घाट जय जय गंगा जयकारों से गूंजने लगे हैं। मेला स्थल पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मचान बनाए गए हैं। जिन पर 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा मेले के चारों तरफ भी पुलिस फोर्स तैनात रहेगी। 8 दिन तक श्रद्धालु गंगा की रेती में अपना तंबू लगाकर रहते हैं और देसी घी के साथ खिचड़ी का आनंद लेते हैं। खेल तमाशे वाले भी पहुंचने लगे हैं। 13 नवंबर को कमिश्नर और डीआईजी मेले का निरीक्षण करेंगे, क्योंकि 14 नवंबर को मेले का विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। यह मेला 20 नवंबर तक चलेगा।
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