हिदू मुस्लिम भाईचारे की एक मिसाल बनी हुई-हजरत बाबा कमाल शाह की दरगाह
हिदू मुस्लिम भाईचारे की एक मिसाल बनी हुई -हजरत बाबा कमाल शाह की दरगाह
मंडी धनौरा-
मुस्लिम दरगाह की सेवा हिदू सेवादार द्वारा की जा रही है। यह सुनने में जरूर अजीब लगता है मगर यह सच्चाई है। हजरत बाबा कमाल शाह की दरगाह की देखरेख अभिषेक अग्रवाल द्वारा की जा रही है जो क्षेत्र में हिदू मुस्लिम भाईचारे की एक मिसाल बना हुआ है। इससे पूर्व उनके पिता अनिल अग्रवाल इस दरगाह की सेवादारी करते थे। हर साल यहां उर्स भी लगता है।
हजरत बाबा कमाल शाह की दरगाह तहसील के निकट गजरौला बाईपास मार्ग पर है। यह दरगाह डेढ़ सौ वर्ष पुरानी बताई जाती है। इस दरगाह की सेवादारी हिदू सेवादार अभिषेक अग्रवाल द्वारा की जाती है। अभिषेक तहसील के निकट एक पेट्रोल पंप चलाते हैं। वह रोजाना इस दरगाह पर पहुंचकर साफ सफाई करते हैं। तत्पश्चात क्षेत्र में अमन व भाईचारे के लिए दुआ भी करते हैं। हर साल दरगाह पर तीन दिवसीय उर्स का आयोजन कराया जाता है। उर्स के दौरान जो भी खर्चा होता है, वह अभिषेक द्वारा किया जाता है। इस उर्स में हिदू- मुस्लिम समाज के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। जुलूस की शक्ल में अभिषेक द्वारा धूमधाम संग चादरपोशी की जाती है। तीन दशक से चल रहा सिलसिला
दरगाह से अभिषेक अग्रवाल के पिता विजय अग्रवाल सन 1992 में जुड़े थे। जनेटा के रहने वाले पीर साहब ने विजय अग्रवाल को इस दरगाह से जोड़ा था। क्योंकि दरगाह घने पेड़ों के बीच छुपी हुई थी। विजय अग्रवाल ने यहां साफ सफाई कराकर इसका जीर्णोद्धार कराया। अभिषेक का दावा है कि यह दरगाह चमत्कारी है यहां मांगी गई हर मुराद हजरत बाबा पूरी करते हैं। इसी आस्था के साथ वह पिता की मृत्यु होने के बाद अपने पिता की इस जिम्मेदारी को पूरा कर रहे हैं।

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