नई शिक्षा नीति बालक के सर्वांगीण विकास का प्रतीक : डॉ राजीव त्यागी
नई शिक्षा नीति बालक के सर्वांगीण विकास का प्रतीक : डॉ राजीव त्यागी
डॉ राजीव त्यागी के सारगर्भित उद्बोधन की हुई व्यापक सराहना
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षक डॉ यतींद्र कटारिया ने दिया प्रभावी उद्बोधन
गंगापुर सिटी ( राजस्थान) कोटा विश्वविद्यालय से सम्बद्ध नीरज मेमोरियल कॉलेज द्वारा आयोजित की जा रही नेशनल वेबीनार के को मुख्य अतिथि के रूप में डॉ राजीव त्यागी प्रो चांसलर श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी अमरोहा यूपी रहे,डॉक्टर त्यागी ने अपने संबोधन में नई शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए इसे 3 वर्ष से 18 वर्ष तक के बच्चों के के लिए सर्वांगीण विकास का प्रतीक बताया, उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र में आने वाली परेशानियों एवं ग्रामीण व सुदूर क्षेत्र के बच्चों के लिए शैक्षिक प्रावधान पर भी विस्तार से प्रकाश डाला, राष्ट्रीय महत्व के इस आयोजन में जहां देशभर से हजारों की संख्या में शोधार्थी व शिक्षाविद जुड़े रहे वही लगभग दर्जनभर देशों के शिक्षा विद भी प्रतिभागी के रूप में उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता के रूप में विचार व्यक्त करते हुए महामहिम राज्यपाल, आईआईटी, संसद व विदेश मंत्रालय द्वारा उत्कृष्ट लेखन एवं हिंदी सेवा के लिए सम्मानित शिक्षक तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2019 के लिए राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षक एवं पर्यावरण तथा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. यतींद्र कटारिया विद्यालंकार ने कहा कि नई शिक्षा नीति नैतिक मूल्यों, स्वावलंबन एवं मातृभाषा के पुट को समाहित करते हुए वैश्विक आलोक की दृष्टि से सर्वोत्कृष्ट शिक्षा नीति है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बुनियादी सिद्धांत से लेकर आधुनिक नवा चारों एवं वैज्ञानिक तथ्यों से परिपूर्ण नीति है, जिसके सकारात्मक परिणाम के रूप बच्चे देश के श्रेष्ठ नागरिक बन सकेंगे।
कार्यक्रम संयोजक एवं प्राचार्य डॉ बृजेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ राजीव त्यागी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नई शिक्षा नीति में जो प्रावधान किए हैं समुचित हैं परंतु जो पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्र में संस्थान हैं उनके मानक के लिए बदलाव किए जाने चाहिए क्योंकि शिक्षा के क्षेत्र में उच्च धनाढ्य वर्ग संस्थान विकसित कर रहे हैं अत: ग्रामीण क्षेत्र के संस्थान उनके समकक्ष में भौतिक संसाधन पूर्ण नहीं कर पाएंगे तथा क्षेत्रों में सरकार को संस्थानों को विकसित करने के लिए आर्थिक पैकेज दिया जाना चाहिए,
डॉ.राम सिंह चौहान विभागाध्यक्ष संस्कृत यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान जयपुर, डॉ राकेश राणा समाजशास्त्री एसोसिएट प्रोफेसर एमएमएच कॉलेज गाजियाबाद, डॉ आलोक मीणा एसोसिएट प्रोफेसर गवर्नमेंट कॉलेज ब्यावर, डॉ शंकर लाल असिस्टेंट प्रोफेसर फिजिक्स जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर, डॉक्टर घनश्याम बेरवा पीजी कॉलेज गंगानगर मेंबर ऑफ सीनेट जेएनवीयू जोधपुर रहे, डॉक्टर बाबूलाल मीणा एसोसिएट प्रोफेसर एमएसजे कॉलेज भरतपुर,
डॉ राकेश राणा जी ने नई शिक्षा नीति के विषय में कहा कि यह तीसरी शिक्षा नीति है 1986 में शिक्षा नीति में शिक्षा नीति को लाया गया 1992 में कुछ आंशिक बदलाव किए गए 21वीं सदी की सभी समस्याओं को समझ सके ऐसी नीति बनाई जाए और हमारे राजस्थान व देश के संस्कार और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कहा साथ ही युवाओं को बढ़ावा दिया जाए और राष्ट्रीय देसी मातृभाषा और विदेशी भाषाओं को सीखने के लिए कम्युनिकेशन को और ज्यादा बढ़ाने के लिए जोर दिया साथ ही टेक्नोलॉजी के माध्यम से हम शिक्षा को गांवों में आदिवासियों तक पहुंचा सकते हैं जिसके लिए हमें मेहनत करने की आवश्यकता है
वेबीनार में डॉक्टर शंकर लाल एसोसिएट प्रोफेसर जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर राजस्थान ने कहां की नई शिक्षा नीति 2020 में आर्थिक और फिजिकल रूप से सभी को सहयोग प्रदान करना चाहिए और प्राइमरी बच्चों की शिक्षा के लिए ज्यादा ध्यान देने के लिए जोर दिया क्योंकि जिस प्रकार घड़ा बनाने के लिए मिट्टी को रुप दिया जाता है तो पहले शिक्षा की नींव प्राइमरी शिक्षा से ही चालू होती है
वेबीनार में बोलते हुए डॉक्टर बाबूलाल मीणा एसोसिएट प्रोफेसर एमएसजे कॉलेज भरतपुर राजस्थान ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में व्यवसाई और रोजगार को ध्यान में रखते हुए शिक्षा नीति को लागू किया गया है नई शिक्षा नीति में ग्रामीण क्षेत्र पर अधिक ध्यान दिया जाए डिस्टिक लेवल पर भी सभी विद्यार्थियों को आज भी विज्ञान कला और वाणिज्य शिक्षा पूर्ण रूप से नहीं मिल पा रही है शॉर्ट लेवल की जो शिक्षा नीति विद्यार्थी अपना रहे हैं उसको पूर्ण रूप से खत्म किया जाना चाहिए जिससे कि विद्यार्थी भी उच्च और पूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें
डॉ आलोक मीणा एसोसिएट प्रोफेसर राजकीय कॉलेज ब्यावर अजमेर ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के बारे में अपने प्रमुख विचार से लोगों को लाभान्वित किया और साथ ही कहा कि आने वाले समय में पता चलेगा कि नई शिक्षा नीति सही है या नहीं शिक्षा ग्रहण करना जरूरी है या नहीं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने पर उन्होंने विशेष जोर दिया लेकिन साथ ही कहा कि आज का विद्यार्थी सिर्फ पास होना चाहता है उच्च शिक्षा के माध्यम से यह जानना नहीं चाहता कि क्या सही है और क्या गलत है यदि यह नीति कामयाब रहेगी तो विद्यार्थियों को बहुत से क्षेत्रों में चाहे वह शहरी हो या ग्रामीण विद्यार्थियों का विद्यालय का वातावरण भी सही नहीं मिलता विद्यार्थी पर अध्यापक और अभिभावक को अंग्रेजी और हिंदी भाषा या कोई भी भाषा पर जोर नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि समय के साथ विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करते हुए सभी बातों को ग्रहण करता है और साथ ही खेलकूद की शिक्षा भी प्रदान की जानी चाहिए
आज के कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफेसर श्याम लाल जी मीणा रिटायर्ड प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गंगापुर सिटी पूर्व संयुक्त निदेशक कॉलेज शिक्षा जयपुर, तृतीय सत्र के चेयरपर्सन, रामकेश आदिवासी एसोसिएट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय गंगापुर सिटी, चतुर्थ सत्र के चेयरपर्सन श्री महेंद्र कुमार मीणा गवर्नमेंट कॉलेज गंगापुर सिटी रहे।
इस दौरान नीरज मेमोरियल कॉलेज के सभी स्टाफ मौजूद रहे जिनमें एसडी खान पंकज शर्मा प्रेम प्रकाश कृतिका शर्मा सत्येंद्र बैंसला मोनू शर्मा गजवी मीणा भजन लाल मीणा बृजेश मीणा आदि सभी लोगों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हुए कार्यक्रम में संपूर्ण सहयोग प्रदान किया
अंत में कार्यक्रम की संयोजक एवं प्राचार्य डॉ बृजेंद्र सिंह गुर्जर ने सभी का आभार व्यक्त किया जिसमें प्रथम सत्र के सभी विद्वान अतिथि गण मुख्य अतिथि गण और द्वितीय सत्र में उपस्थित सभी शिक्षाविदों को हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपके सहयोग से ही यह कार्यक्रम सफलता की ओर अग्रसर है और आपके सुझाव महत्वपूर्ण हैं इन सुझावों को हम निश्चय ही नई शिक्षा नीति 2020 एक समालोचना विमर्श के माध्यम से प्रेषित करने का श्रम करेंगे तथा इस कार्यक्रम में 2200 देश और विदेश के शोधकर्ता, विद्यार्थी एवम शिक्षाविदों ने सहभागिता निभाई तथा स्थानीय अतिथियों का भी हार्दिक अभिनंदन करते हुए सभी स्टाफ साथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और दैनिक भास्कर के श्री सुनील कुमार जी जैन और दैनिक भास्कर की टीम को शत-शत कोटि से आभार व्यक्त किया ।

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